1967 में हैदराबाद में एक IAS अधिकारी के घर बेटे का जन्म हुआ। पिता आईएएस थे, लेकिन बेटा न IAS बना, न IIT या IIM गया। लेकिन आज नाम और दाम इतना कमा रहा है कि देश-दुनिया में हर कोई उनसे मिलने की हसरत रखता है। हमारे देश के लिए यही फख्र का विषय है कि एक ब्यूरोक्रेट का बेटा दुनिया में परचम लहरा रहा है।
नाम है, सत्य नारायण नडेला या सत्य नडेला। फिलहाल माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ और बिल गेट्स तथा स्टीव बैल्मर के बाद दुनिया के तीसरे व्यक्ति जिन्होंने यह पद संभाला है। सत्य नडेला फिलहाल सालाना 450 करोड़ की तनख्वाह लेते हैं। सत्य नड़ेला और उनके पद से जुड़ी प्रोफाइल आप आराम से सर्च कर सकते हैं, हजारों जगह उपलब्ध भी होंगी, लेकिन आज हम चर्चा करेंगे सत्य के परिवार से जुड़ी चंद दिलचस्प बातों की।
सत्य की मां हैदराबाद के ही एक पब्लिक स्कूल में संस्कृत पढ़ाया करती थीं। पिता बुक्कापुरम नडेला युगांधर 1962 बैच में आईएएस बने। सत्य के पिता प्रधानमंत्री कार्यालय, योजना आयोग सहित कई महत्त्वपूर्ण पदों पर रहे और अपने कर्मठ, समर्पित व्यक्तित्व के लिए जाने गए। आंधप्रदेश में मुख्यधारा से पिछड़े लोगों के लिए कई योजनाओं के जरिए महत्त्वाकांक्षी योजनाओं को उन्होंने अमलीजामा पहनाया। पी.वी. नरसिम्हा राव जब प्रधानमंत्री रहे तब ग्रामीण विकास मंत्रालय में आईएएस बी.एन. युगांधर सबसे मजबूत और वरिष्ठ आईएएस के तौर पर जाने गए। 2004 से 2009 तक यूपीए कार्यकाल में वह योजना आयोग के सदस्य भी रहे।
सत्य नडेला की शादी भी उनके पिता के बैचमेट और 1962 बैच के आईएएस के.आर.वेणुगोपाल की बेटी अनुपमा से हुई। सत्य की शादी का समारोह भी इतना सरल रखा गया कि प्रधानमंत्री कार्यालय में सेवाओं के बावजूद प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव तक को न्योता नहीं दिया गया। सत्य नडेला जब 2014 में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ बने, तब भी उनके माता-पिता ने मीडिया अटेंशन को अवॉइड ही किया। उनके पिता बी.एन. युगांधर ने अपनी जड़ों को कभी नहीं छोड़ा। आंध्रप्रदेश के अनंतपुर जिले के बुक्कापुरम गांव से उनकी शुरुआत हुई थी और सेवानिवृत्ति के बाद भी उन्होंने अपने गांव से जुड़े विकास को लेकर जमकर काम किया। 82 वर्ष की उम्र में पूर्व आईएएस और सत्य नडेला के पिता बी.एन. युगांधर हमें अलविदा कह गए, लेकिन उनका बेटा आज दुनिया में पचम फहरा रहा है और युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है।
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