जयपुर। प्रोफेशनल कोर्स में किताबी ज्ञान यानी थ्योरी पर ध्यान देने के अलावा प्रैक्टिल भी बेहद जरूरी है। ऐसे में लॉ जैसे प्रोफेशन में कोर्टरूम का महत्त्व, पुराने केस रेफरेंस, न्यायालय की गरिमा, वरिष्ठ अधिवक्ताओं से विभिन्न केस फाइल्स से जुड़ी वार्ता, न्यायाधीशों से सीखने-समझने का अवसर भी मिलता है। शहर के पिंक सिटी लॉ कॉलेज की ओर से शुक्रवार को 75 से ज्याद विद्यार्थियों को राजस्थान उच्च न्यायालय विजिट करवाई गई।
इस अवसर पर लॉ कॉलेज के विद्यार्थियों ने उच्च न्यायालय की न्यायिक कार्यवाहियों का अवलोकन किया। साथ ही विधिक कार्यवाहियों को डिग्री पश्चात अपने प्रोफेशनल जीवन में कैसे उतरा जाए, इसका भी विचार-मंथन किया। उच्च न्यायालय की विजिट के दौरान विद्यार्थियों ने बेहद महत्त्वपूर्ण ई-लाईब्रेरी विजिट की और हाई कोर्ट बार एसोसिएशन का भी निरीक्षण किया। इस कोर्ट विजिट के दौरान राजस्थान उच्च न्यायालय अध्यक्ष महेन्द्र शांडिल्य तथा राजस्थान उच्च न्यायालय महासचिव बलराम वशिष्ठ के साथ उच्च न्यायालय पुस्तकालय सचिव प्रमिला शर्मा भी विद्यार्थियों से रूबरू हुए और विद्यार्थियों को लॉ की दुनिया में उम्दा काम करने और एक अच्छे भविष्य के निर्माण के लिए मोटीवेट किया। विजिट के मौके पर पिंकसिटी लॉ कॉलेज प्राचार्य उमाशंकर अन्य संकाय सदस्य डॉ. देवेंद्र कुमार भगत, इक़बाल कुरेशी, जफऱ इक़बाल, भैरव पांडे, रीना विजय, राजवीर सिंह भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर लॉ विश्वविद्यालय के अंतर्गत पिंक सिटी लॉ कॉलेज विद्यार्थियों के लिए समय समय पर सक्षम और जरूरी एक्टिविटीज करता रहता है।
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