जयपुर। प्रदेश के शिक्षा के हालात दुरुस्त करने के लिए राउंड टेबल इंडिया की मुहिम सफल साबित हो रही है। राउंड टेबल की ओर से पूरे प्रदेश में 12 करोड़ से ज्यादा के स्कूलों में हुए कार्यों का जिक्र करते हुए शिक्षामंत्री बी.डी. कल्ला ने भी एक कार्यक्रम में जमकर सराहना की। अवसर था शिक्षा के जरिए आजादी की मुहिम को प्रोत्साहित करने के आयोजन का जिसमें राउंड टेबल इंडिया की ओर से महात्मा गांधी सीनियर सैकंडरी स्कूल, गांधी नगर जहां चार क्लारूम का ब्लॉक डायनमिक केबल्स और मनु यंत्रालय के सहयोग से बनवाए गए हैं। राउंड टेबल के फ्रीडम थू्र एजुकेशन मुहिम के तहत गांधी नगर सी.सैकंडरी स्कूल में यह निर्माण राउंड टेबल इंडिया के जेपीआरटी171 चैप्टर की ओर से करवाया गया है। इस स्कूल में कुल 45 लाख से ज्यादा की लागत आई है, जिसमें स्कूल की प्राचार्या कुमुद ने भी अपनी एक महीने की तनख्वाह का योगदान दिया है।
राउंड टेबल इंडिया की ओर से देशभर में शिक्षा के हालात सुधारने के लिए दशकों के सफल प्रयास किए जा रहे हैं। जिसके अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला, जिला शिक्षा अधिकारी, राउंड टेबल इंडिया के पदाधिकारी, स्कूली स्टाफ और विद्यार्थियों के अलावा गणमान्यजन उपस्थित थे। गौरतलब है कि राउंड टेबल इंडिया की ओर से देशभर की स्कूलों में क्लासरूम, टॉयलेट्स, लाइब्रेसी, साइंस लैब, प्लेग्राउंड विकसित किए जा रहे हैं। राउंड टेबल इंडिया 1997 से अब तक 3347 स्कूलों में 7890 क्लासरूम तैया करवा चुका है। यह क्लारूम करीब 80.67 लाख बच्चों के लिए उपयोग में आ चुके हैं। इस पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने के लिए 380 करोड़ से ज्यादा खर्च करके करीब 26.7 लाख स्क्वायर फीट निर्माण संभव हुआ है।
राउंड टेबल इंडिया (राजस्थान) के अध्यक्ष वरुण मुर्दिया के अनुसार, 'गत सात वर्षों में राउंड टेबल इंडिया ने राजस्थान में 450 से ज्यादा कक्षाओं का निर्माण करवाकर शिक्षा के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। शिक्षा क्षेत्र में अपना दायित्व निभाते हुए राउंड टेबल इंडिया निरंतर अपना योगदान देती रहेगी। राउंड टेबल इंडिया 1977 से औसतन हर दिन एक कक्षा का निर्माण देश के किसी ने किसी हिस्से में पूरा करवाती है, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।'
महात्मा गांधी सीनियर सैकंडरी स्कूल, गांधी नगर में चार क्लारूम के ब्लॉक के अलावा शहर के 14 अलग-अलग स्कूलों में 14 स्मार्ट क्लारूम और 2000 से ज्यादा जरूरतमंद बच्चों को जूतों का वितरण भी किया गया है। इस बारे में जानकारी देते हुए जेपीआरटी171 के चेयरमेन श्रेयांस कासलीवाल ने बताया कि, 'राउंड टेबल इंडिया अपने गरिमामयी योगदान की शृंखला को आगे बढ़ा रहा है। इस स्कूल में हमने केवल 4 क्लासरूम का ब्लॉक ही विकसित नहीं किया है, बल्कि उनका पूरा फर्निचर और एक स्मार्ट क्लारूम भी तैयार करवाया है।' इस बारे में जानकारी देते हुए डायनमिक केबल्स के प्रबंध निदेशक आशीष मंगल ने बताया कि 'शिक्षा में एक ताकत है, जो समाज, अर्थव्यवस्था, व्यक्तित्व, बच्चों का जीवन सब कुछ बदलने की ताकत रखती है। इसी से हम समाज के एक बड़े वर्ग को गरीबी और अशिक्षा से निकाल कर आत्मनिर्भर बना सकते हैं। हमें खुशी है कि हमारा ब्रांड राउंड टेबल इंडिया के साथ मिलकर सरकारी स्कूलों में भी निजी स्कूलों की टक्कर की शिक्षण व्यवस्था में सफल हो रहा है।'
राउंड टेबल इंडिया के रजत बोहरा ने फ्रीडम थ्रू एजुकेशन अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि, 'देशभर में हर रोज हम एक क्लारूम बनाने में सफल हो रहे हैं। साथ ही टॉयलेट्स, लैब, डिजिटल स्मार्ट क्लासरूम, टीचिंग और लर्निंग मटिरियल में भी सहयोग कर रहे हैं। हमने हर साल आयोजित होने वाले फ्लाइट ऑफ फेंटेसी प्रोग्राम के साथ 12 स्कूलों में डिजिटल क्लासरूम भी इंट्रोड्यूज किए हैं।' गांधी नगर स्कूल के प्रोजेक्ट कंविनर जय पंड्या के मुताबिक 'यह ऐतिहासिक क्षण है, जब जेपीआरटी171 के सदस्यों और स्पॉन्सर्स के सहयोग से 4 क्लारूम का प्रोजेक्ट पूरा हुआ। जिस तरह बूंद- बूंद से सागर भर सकता है, उसी तरह सभी साथियों के सहयोग और समर्पण से इस स्कूल में काम हुआ है।' इस अवसर पर अध्यक्ष डॉ. करमदीप ने शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्लाजी, डायनमिक केबल्स, मनु यंत्रालय और राउंड टेबल इंडिया और सभी सहयोगी भामाशाहों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर प्रतीक ने बताया कि 'राउंड टेबल इंडिया अपने कामकाज के जरिए लोगों को मुख्यधारा से जोडऩे और शिक्षा क्षेत्र में अमूल्य योगदान दे रही है। राउंड टेबल के साथ मिलकर हम गोल्यावास में महात्मा गांधी सीनियर सैकंडरी स्कूल का चयन कर चुके हैं जहां भी 4 से ज्यादा क्लासरूम इसी साल बनवाए जाएंगे।'
यह हमारे लिए गर्व का क्षण है जब राउंड टेबल इंडिया के सहयोग से यह प्रोजेक्ट मूर्त रूप में आया है। हम राउंड टेबल के पार्टनर बनकर स्कूल और यहां पढ़ रहे बच्चों के लिए योगदान दे पाए और इस स्कूल को एक बेहतरीन उदाहरण बनाकर पेश कर पाए, यह गर्व का विषय है।
मैं राउंड टेबल इंडिया का आभारी हूं कि राजस्थान में अब तक लगभग करीब 300 कमरों का काम चल रहा है और 12 करोड़ से अधिक के काम हो चुके हैं। राउंड टेबल इंडिया सालों से राजस्थान की शिक्षा में सहयोगी रहा है और राउंड टेबल इंडिया की टीम लगातार सपोर्ट कर रही है।
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