इटावा (उत्तर प्रदेश)। अफसर का संबंध महज़ अफसरशाही से ही नहीं होता। जनता के दुख-दर्द, जनता की रक्षा, अपनी जनता से स्नेह और प्रेमभाव से भी अफसर सशक्त शासन और व्यवस्था बनाए रख सकता है। मिसाल हैं इटावा के SSP और युवा IPS आकाश तोमर। अपने काम, समर्पित व्यक्तित्व और युवाओं के मार्गदर्शक के तौर पर उभरे IPS आकाश तोमर के कामकाज के तरीके जनता में खासे चर्चित हैं।
ताज़ा मामला ही देखें, तो आप आसानी से समझ पाएंगे कि जनता क्यों आकाश के कामकाज की फैन है। इटावा में गाड़ियों की चेकिंग अभियान में पुलिस में एक युवा दीपेंद्र यादव को रोका और नंबर प्लेट पर अक्षर साफ नहीं लिखे होने के चलते 5000/- का चालान काट दिया। इटावा के ही हरिहरपर गाँव के इस युवा ने ट्विटर पर अपनी गलती स्वीकार करते हुए SSP आकाश से गुहार लगाते हुए इस चालान को भरने में अपनी असमर्थता जाहिर की। दीपेंद्र ने ट्विटर पर आकाश से कहा, "सर मैं दीपेंद्र यादव आक शाम को अपनी मोटरसाइकिल से पढ़कर आ रहा था, तभी वाहन चेकिंग के दौरान मुझे रोका गया और नंबर प्लेट पर एक नंबर हट गया था जिस कारण मुझ पर 5000 का दंड लगाया गया है। सर मैं अपनी गलती स्वीकार करता हूँ। सर मैं इतने पैसे देने में असमर्थ हूं एक विद्यार्थी के लिए। घर की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है। सर कृपया मदद करें। आप बहुत से लोगों की मदद करते हो सुना है और देखा भी है।"
SSP आकाश ने मामले का पता करवाया और युवक की बात सही पाने पर तत्काल दीपेंद्र यादव का चालान रद्द कर, ट्विटर पर इसकी सूचना दीपेंद्र को दी। जैसे ही SSP आकाश का या ट्वीट आया, न केवल इटावा बल्कि देशभर से उनके काम करने के तौर-तरीकों और जनता से जुड़ाव को लेकर जमकर सराहना शुरू हो गई। यह खबर लिखे जाने तक मात्र कुछ घंटों में ही आकाश के ट्वीट को 65000 से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं।
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