ऑफिसर्स टाइम्स को जो शुरुआत आपने दी है, उसके लिए ढेर सारा शुक्रिया! क्योंकि आपके बिना यह शुरुआत संभव नहीं थी। मीडिया ही नहीं, प्रशासन और कॉर्पोरेट जगत में भी ऑफिसर्स टाइम्स के पहले अंक का बेसब्री से इंतजार हो रहा था। ट्विटर और फेसबुक के जरिए देश ही नहीं दुनियाभर के ऑनलाइन पाठकों से जुड़ाव का मौका मिला। देश के हर कोने मे ऑफिसर्स टाइम्स पहुंची। गुणवत्ता और सामग्री को लेकर सब तरफ सराहा गया। मैगजीन के आकार-प्रकार में उभरते एशियाई टे्रंड्स भी बेहद पसंद किए गए। साथ ही हांगकांग, मलेशिया में उपयोग में लाए जा रहे रचनात्मक पहलू भी पसंद आए, जिन्हें मैगजीन के जरिए भारतीय मीडिया में पहली उतारा गया।
ऑफिसर्स टाइम्स की वेबसाइट ( www.officerstimes.com ) पर भी पाठकों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। जिस तेजी से दुनिया की वेबसाइट्स को रैंकिंग देने वाली एलेक्सा कंपनी के अधिकृत आंकड़ों में ऑफिसर्स टाइम्स की वेबसाइट ने उछाल दर्ज किया है, यह केवल हमारी टीम के लिए ही नहीं, बल्कि वेब जगत से जुड़े जानकारों के लिए भी आश्चर्य का विषय रहा है। बीते महीने वेबसाइट 1.57 करोड़ की ग्लोबल रैंकिंग पर थी, जो 7.70 लाख पर मात्र कुछ ही दिनों में पहुंच गई। समसामयिक सामग्री, ब्यूरोके्रट्स और शीर्ष पदों पर सेवाएं दे रहे ऑफिसर्स की जिंदगी को जानने में दिलचस्पी रखने वाले पाठक वेबसाइट पर दुनियाभर से जुटे। भारत के अलावा अमेरिका, ऑस्टे्रलिया, ब्रिटेन, दुबई, जापान, सऊदी अरब, जर्मनी, ओमान और सिंगापुर उन दस सर्वाधिक हिट्स वाले देशों में शामिल रहे, जहां से ऑफिसर्स टाइम्स की वेबसाइट को पढ़ा गया।
यह सिलसिला यूं ही चलता रहेगा। रिश्ते बनते रहेंगे और हम मिलते रहेंगे। एक नए प्रयास के साथ। एक नई खोज के साथ!
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